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प्यार, प्यास और प्याज!

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प्यार, प्यास और प्याज!
प्याज के बढ़ते दाम पर पत्रकारों ने कृषि मंत्री शरद पवार से सवाल पूछा – तो ये माननीय ऐसे भड़के जैसे किसी ने उनके आंख में प्याज का अतिसंतृप रस डाल दिया हो. वे अपना मुंह टेढ़ा(जो कि खुद टेढ़ा है) करते हुए बोले – यह भी कोई वक्त है सवाल करने का?… शुभ मुहूर्त देखकर सवाल करने चाहिए. अभी समय है सोने की खोज और क्रिकेट के भोज की! अभी सिर्फ इन्ही विषयों पर ही बात होनी चाहिए!
समाचारों के अनुसार हम मित्र देशों को प्याज निर्यात करेंगे और दुश्मन देश (पाकिस्तान और चीन) से आयात करेंगे. इससे दो फायदे हैं मित्रो से मित्रता बढ़ेगी और दुश्मनों से दुश्मनी !
पत्रकार लोग भी बेवजह किसी खबर को दिखा कर उसे कुछ दिनों/महीनो का नायक बना देते हैं….
प्याज पर बात करते हुए हमारे परम मित्र गजोधर भाई के कुछ सुझाव हैं उन्हें मैं यहाँ साझा कर रहा हूँ.
• “एक कहानी के अनुसार प्याज रोटी खानेवाला व्यक्ति सबसे ज्यादा सुखी होता है – इस युक्ति को तोड़ निकाला जाना चाहिए! यानी यह प्रचारित किया जाना चाहिए प्याज के साथ रोटी खाने वाला व्यक्ति सबसे दुखी होता है! क्यों नहीं! प्याज खरीदते वक्त दाम पूछ लेने से किसी भी कमजोर आदमी का हार्ट अटैक हो सकता है. इसलिए प्याज के पास फटके ही नहीं! अगर गलती से भी प्याज दिख जाय तो कृपया दाम न पूछें!
• प्राप्त शोधों से पता चला है कि प्याज काम शक्ति को बढ़ाता है, इसीलिये ब्रह्मचर्य रखने वाले लहसुन-प्याज का सेवन नहीं करते. प्याज खाने वाला व्यक्ति कामातुर होकर व्यथित होता है और इधर उधर अनाचार करता है … इसे प्रतिबंधित किया जाना चाहिए ताकि इस तरह अनाचार की बढ़ती हुई घटनाओं पर रोक अपने आप लग जायेगी.
• हमारे हिन्दू धर्म के बहुत सारे पवित्र पर्वों में लहसुन प्याज का निषेध रहता है. अभी पर्वों की श्रृंखला चल रही है ऐसे समय में प्याज की कामना/लालसा भी धर्म विरुद्ध घोषित किया जाना चाहिए!
• गुप्त सूचना के आधार पर संत आशाराम भी प्याज का रस लिया करते थे, इसीलिए बेचारे इस उम्र में भी कामातुर हो अपने ही भक्तों की कन्या का बेदर्द शिकार कर डालते थे फलत: आज वे कारागार का कष्ट झेल रहे हैं.
• खबर तो यह भी है ज्यादातर बलात्कारी पहले प्याज मिश्रित व्यंजन का सेवन करते हैं फिर बलात्कार करने को प्रेरित होते हैं…. ऐसी स्थिति में प्याज को सिर्फ वही व्यक्ति ग्रहण करें, जिनकी नयी नयी शादी हुई हो और वह कन्या के पिता से दहेज़ में प्याज मांग कर उन्हें थोड़ा और संताप दें! ऐसे में दहेज़ मांगने के आरोप में उन्हें स्थानीय पुलिस गिरफ्तार तो कर ही सकती है! दहेज़ उन्मूलन का नया मन्त्र!
• प्याज ऐसी वस्तु है, जिसमे केवल छिलके ही होते हैं. सभी छिलके एक दूसरे को छिपाने का काम करते हैं. इसका मतलब तो यही लगता है जैसे भ्रष्ट प्रधान मंत्री को बचाने के लिए सभी मंत्री संतरी काम करते हैं. प्याज को इस प्रकार प्रतीक रूप में इस्तेमाल भी कर सकते हैं. हमें ऐसे तत्वों से सावधान रहने की जरूरत है.
• प्याज चूहों को आकर्षित करता है और इसे घर में रखने से चूहे अनधिकार प्रवेश का जोखिम उठाने को तैयार हो जाते हैं. इसलिए इन्हें तो घर में रखिये ही मत अगर आपको चूहों से प्रेम न हो तो.

• प्याज खाने के लिए सभी पूंजीपतियों, क्रिकेट प्रेमियों (जो टिकट खरीदकर क्रिकेट देखते हैं), ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ प्रेमियों को प्रेरित किया जाना चाहिए. उन्हें अनिवार्य रूप से प्याज खरीदने के लिए उत्साहित किया जाना चाहिये ताकि आयात शुल्क में बढ़ोत्तरी हो और सरकार का राजस्व बढे.
• गरीबों के लिए, प्याज को दूरदर्शन पर और शहर के मुख्य चौक चौराहे पर दिखाने के लिए विशेष व्यवस्था करनी चाहिए ताकि वे जान सके कि उनके पूर्वज इसे ही रोटी के साथ खाकर खुशी का इजहार करते थे.
• जिस तरह प्याज के दाम बढ़ाने के अपराध में बाजपेयी सरकार को हार कर विपक्ष में बैठना पड़ा था … आज इसी अपराध के तहत कांग्रेस सरकार को अवश्य जाना चाहिए … जो लोग चाहते हैं कि कांग्रेस दुबारा सत्ता में न आए, उन्हें प्याज की कीमत बढ़ाने के लिए प्याज की जमकर खरीददारी कर उसका जमाखोरी करनी चाहिए, ताकि प्याज का दाम और बढ़े और कांग्रेस का सफाया हो जाय, जिससे श्रीमान मोदी का ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ का सपना साकार हो सके.
• शोभन सरकार जैसे संत को यह सपना देखना चाहिए कि फलां जगह (जिसमे प्रधान मंत्री और कृषि मंत्री का आवास भी हो) उसके नीचे करोड़ करोड़ करोड़ ….खरब खरब ख़रब टन ख़राब प्याज है और भारतीय पुरातत्व विभाग को तुरंत बिना किसी आदेश की प्रतीक्षा किये, खुदाई में लग जाना चाहिए और हर मीडिया हाउस को उसका सीधा प्रसारण करते रहना चाहिए जब तक ख़राब प्याज का टकशाल मिल न जाय!
• प्याज खाने से प्यास भी बढ़ती है, जिससे कम पानी पीनेवाला व्यक्ति भी कई गिलास पानी पी जाता है और इस तरह से प्रकृति के अनमोल अमृत का अनावश्यक दोहन होता है. जल ही जीवन है इसे बचाने के लिए प्याज को दुर्लभ किया जाना अत्यंत ही आवश्यक है.
• दिल्ली को लोगों को विजय(गोयल) की नहीं हर्ष(वर्धन) की जरूरत है. यह पूर्व स्वाश्थ्य मंत्री रह चुके हैं ये अब आपको प्याज के दुर्गुण के बारे में ज्यादा से ज्यादा दुष्प्रचार करेंगे जिससे आम जनता का प्याज से मोहभंग हो जाएगा. ऐसा भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का भी मानना है!
• अगर आप अपने प्रियजनों से प्यार जता रहे हों तो प्याज का गंध आपका मजा किरकिरा कर सकता है इसलिए प्याज भगाएं प्यार बढ़ायें !
अथ प्याज पुराणं !

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