Menu
blogid : 3428 postid : 694565

२६ जनवरी २०१४ (कांटेस्ट)

jls
jls
  • 457 Posts
  • 7538 Comments

बजते थे जब अलार्म,
तब उठता सुबह समय
जगा आज तो सुने गीत
देश भक्ति के
सुन्दर संगीत लय.
झंडा फहराना है
नहा धोकर जाना है
***
आए ‘तिवारी’ जी,
वयोवृद्ध बिहारी जी,
उनके सर टोपी थी,
कुर्ता और धोती थी.
तिरंगा वितान हुआ,
बच्चो का गान हुआ
मिठाइयां बंटी जब
मद्धिम मुस्कान हुआ
***
दिखा रहा दूरदर्शन
सेना का शौर्य, पलटन
भारत की झांकी है
प्रहरी भी काफी है
टोपी न दिखती कहीं
मफलर इक दिखता है
दिल्ली का मुख्य मंत्री
देखो ‘दब्बू’ सा दिखता है!
**
‘डर’ नहीं ‘उसको’ है
‘दूसरे’ को चिंता है!
अगल बगल दस लोग
आखिर क्या करता है?
**

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh