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अब दिल्ली की बारी है!

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२०१४ के लोक सभा चुनावों के बाद केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार के मुखिया श्री नरेंद्र मोदी ने अपने प्रभावी वक्तव्य से हरियाणा, महाराष्ट्र, झाड़खंड और जम्मू कश्मीर में अपनी विजय पताका फहरा ली है, अगली परीक्षा दिल्ली में होनेवाली है. इस क्रम में प्रधानमंत्री श्री मोदी की शनिवार को रामलीला मैदान में शानदार रैली अयोजित की गयी. इसमे लगभग अस्सी हजार(एक अनुमान के अनुसार) की उपस्थिति दर्ज की गयी. सबके बैठने के उत्तम ब्यवस्था की गयी थी. पूरे मैदान में ग्रीन कारपेट पर कुर्सियां लगाई गयी थी. अलबत्ता कुछ कुर्सियां खाली देखी गयी.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पदभार ग्रहण करने के बाद बीजेपी की ओर से किए गए वादों को पूरा करने के लिए तेजी से काम किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में गिरावट आई है, जिससे घरेलू खर्च में हर ब्यक्ति को 1500-4500 रुपये की बचत(सचमुच?) हो रही है। सीमा पर पाकिस्तानी गोलीबारी के मुद्दे पर जवाब देते हुए बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि अब जवाब दिया जाता है, पहले ऐसा नहीं होता था। शाह ने कहा कि बीजेपी हमेशा अपने वादे पर कायम रही है और इसे पूरा किया है। उन्होंने कहा, ‘हम जनता से किए वादे पूरा कर रहे हैं। कुछ वादे पूरे किए गए हैं। कुछ को पूरा किया जा रहा है और कुछ को पूरे करने के लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है।’ शाह ने कहा, ‘देश में बीजेपी सरकार बनने पर बेरोजगारी दूर करने का वादा किया गया था। मोदी सरकार ने सत्ता में आते ही ‘मेक इन इंडिया’ और ‘स्किल डिवेलपमेंट’ का कार्यक्रम शुरू किया। इन दोनों से काफी संख्या में युवाओं को रोजगार मिलने का रास्ता तैयार होगा।’
दिल्ली में बीजेपी के चुनावी अभियान की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने नाम लिए बिना ‘आप’ और अरविंद केजरीवाल पर जोरदार हमला बोला। रामलीला मैदान में आयोजित रैली में प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियां बताईं और दिल्ली को बेहतर बनाने का वादा किया। उन्होंने दिल्ली में 24 घंटे बिजली मुहैया कराने के वादे के साथ ही ऐलान किया कि मोबाइल फोन सेवा की तर्ज पर बिजली कंपनियों की सेवा बदलने का विकल्प दिल्ली में मुहैया कराया जाएगा। (एक और सपना?)
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘दिल्ली में झूठ की बहुत बड़ी फैक्टरी चलाई जाती है, जिसे हम पराजित नहीं कर सकते। (यहाँ पर श्री मोदी हार मान गए?) झूठ को जनता ही हरा सकती है। लोग झूठ फैला रहे हैं कि बीजेपी के सत्ता में आने के बाद रिटायरमेंट की उम्र 60 साल से घटाकर 58 साल कर दी जाएगी। यह झूठ किसने फैलाया? हमने तो इस बारे में सोचा तक नहीं था। रोज इस तरह की एक झूठ की मैन्युफैक्चरिंग होगी, आप उस पर विश्वास मत करना।’ केजरीवाल ने हरियाणा सरकार के आदेशपत्र दिखलाये जिसमे सरकारी कर्मचारियों की उम्र सीमा ६० से ५८ साल की बात कही गयी है| यही काम केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए हो सकता है(?)
श्री मोदी ने अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा, ‘दिल्ली में अराजकता नहीं चलेगी, जिनको ऐसा करना है, वे नक्सलियों के साथ जंगलों में जाएं। जिनके पास धरने की मास्टरी है, उन्हें वही काम दीजिए। हमारे पास अच्छी सरकार चलाने की मास्टरी है। दिल्ली को व्यवस्था, सुशासन चाहिए, अराजकता नहीं चाहिए।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘दिल्ली का एक साल बर्बाद हो गया, किसने किया? जिन्होंने दिल्ली को अस्थिर किया, उनको सजा दीजिए।’
दिल्ली को सम्पूर्ण राज्य के दर्जे देने के मामले में एक शब्द भी न बोले…जबकि यह प्रश्न आप नेता अरविन्द केजरेव्वल द्वारा पहले से ही पूछा गया था.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हर समस्या का समाधान होता है, बस इरादे नेक होने चाहिए। भ्रष्टाचार को ऊपर से खत्म करना शुरू किया है और इसे नीचे तक साफ करूंगा। मेरा भरोसा रखिए। 7 महीने से दिल्ली में हूं, कोई विरोधी भी आरोप नहीं लगा सकता।’ नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मेरा एक सपना है कि 2022 तक हर गरीब के ऊपर छत हो और कोई झुग्गी व फुटपाथ पर रहने को मजबूर न हो। अगर आप भी इसे पूरा करना चाहते हैं, तो मेरा साथ दीजिए, हम 2022 में इसे पूरा करेंगे।’ (यानी कि दो कार्यकाल दिल्ली में)
मोदी ने केंद्र सरकार की जन-धन योजना की जमकर तारीफ की और कहा, ‘इससे सिर्फ गरीबों का जीरो बैलंस के साथ खाता नहीं खुला है। गरीबों के लिए एक लाख रुपये का बीमा भी कराया गया है और इसका प्रीमियम सरकार भरेगी।’ (किस गरीब को इसका लाभ मिल गया है, यह भी बतला देते)
प्रधान मंत्री की इस रैली के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मोदी ने मुझे झूठा, एनार्किस्ट, धरना करनेवाला बोला, लेकिन हम कभी किसी पर निजी हमले नहीं करते, इसलिए इन आरोपों का मैं कोई जवाब नहीं दूंगा, लेकिन मैं पूछना चाहूंगा कि उन्होंने छह महीने पहले जो वादे किए थे, वे अब कहां हैं। केजरीवाल ने कहा, ‘दिल्ली की बीजेपी रैली की खास बात यह रही कि सभी नेताओं के भाषणों में 49 दिनों की हमारी सरकार के बारे में एक भी लाइन नहीं थी। उन्होंने कांग्रेस के 15 साल के शासन पर बात की लेकिन हमारी सरकार के बारे में कुछ नहीं बोला। इसका मतलब मैंने अच्छा काम किया है।’
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि जिस रामलीला मैदान में अन्ना का आंदोलन हुआ और बीजेपी ने उसका समर्थन किया था, आज उसी जगह बीजेपी ने उसका मजाक उड़ाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने छह महीने पहले बहुत सारे वादे किए थे, लेकिन कुछ भी पूरा नहीं किया। आम आदमी पार्टी नेता ने कहा, ‘उन्होंने कहा था कि दिल्ली में 30 फीसदी बिजली के दाम कम कर देंगे, लेकिन छह महीने में एक पर्सेंट भी कम नहीं किए। उनके पास स्कीम है एक बल्ब लगाने की जिससे साल में 300 रुपये के हिसाब से 25 रुपये महीना बचेंगे। हम साफ-साफ कहते हैं, लोगों का बिजली बिल आधा कर देंगे।’
केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर दिल्ली की झुग्गियां तोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मकान बनाने का वादा था पर पिछले छह महीने में एक भी मकान नहीं बना, वजीरपुर और ओखला की झुग्गियां तोड़ जरूर दी गईं।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी कहते हैं अभी तो पीएम के दफ्तर की सफाई हुई है, अगर एक दफ्तर की सफाई करने में उन्हें सात महीने लगते हैं, तो फिर लोगों के घर तक पहुंचने में तो पता नहीं कितने साल लगेंगे। उन्होंने कहा, ‘वे 2020 के वादे करते हैं, 2022 के दावे करते हैं, मैं पूछता आज अभी क्या करने वाले हो। मैं आज की बात करता हूं।’
केजरीवाल ने बीजेपी नेताओं के विवादित बयानों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी ने नारा दिया था बहुत हुआ नारी पर वार, अबकी बार मोदी सरकार लेकिन सरकार में आने के बाद जैसे नारे लग रहे हैं उससे लगता है कि पूरी भारतीय जनता पार्टी महिलाओं के खिलाफ है। चार-चार बच्चे पैदा करो, मोबाइल फोन मत रखो, जींस मत पहनो, नौकरी मत करो। ये सब दिखाता है कि उनकी मानसिकता क्या है।’
अब तो जनता ही फैसला करेगी कि उसे आआप पसंद है या भाजपा. वैसे भाजपा अभी बहती गंगा है. लगे हाथ जीतन राम मांझी भी इसी बहती गंगा में कूदने की तैयारी कर रहे हैं. लोग इसे उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं और समर्थन भी दे रहे हैं. पर दिल्ली में अरविन्द केजरीवाल अवरोध बन कर खड़ा है. अगर सत्ता में नहीं लौटे तो मजबूत विपक्ष बनकर तो उभरेंगे ही. यह बात भाजपा भी मान चुकी है, तभी इस रैली में भाजपा, कांग्रेस को छोड़कर आआप पर निशाना साध रही थी.
– जवाहर लाल सिंह, जमशेदपुर

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